The 7 Habits of Highly Effective People Pdf by selfhelpsage.com

23-09-2023       Selfhelpsage.com   JUST 27 MINUTES TO UNDERSTAND

'The 7 Habits of Highly Effective People PDF - A transformative guide to personal and professional effectiveness."

आज हम The 7 Habits of Highly Effective People Pdf में उन ७ आदतों के बारे में सीखेंगे जो किसीभी सामान्य इन्सान को “HIghly Effective people ” की Category में रखने योग्य बना सकता है। Distractions और लगातार बढ़ती Competitions से भरी दुनिया में, यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि लोग लगातार अपनी प्रभावशीलता बढ़ाने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के तरीकों की तलाश कर रहे हैं।अगर आप भी उसमे से एक है तो एक बात देता हु की,स्टीफ़न आर. कोवे द्वारा लिखित

 “अत्यधिक प्रभावशाली लोगों की 7 आदतें” (The 7 Habits of Highly Effective People) यह पुस्तक, एक ऐसी पुस्तक जो न केवल समय की कसौटी पर खरी उतरी है बल्कि अनगिनत जिंदगियों को भी बदल दिया है।यह किताब सबसे पहले १९८९ में प्रकाशित हुई थी। आप इसी से इस पुस्तक की Importance को समझ सकते है की, इस पुस्तक की ३ करोड़ से भी ज्यादा प्रतिया बिक चुकी है।आगे बढ़ने से पहले हम इस पुस्तक के लेखक यानि Author के बारे में जानते है। 

Table of Contents

लेखक स्टीफन आर. कोवे के बारे में:

स्टीफ़न आर. कोवे व्यक्तिगत विकास और सुधार के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित नाम है। उनका जन्म 24 अक्टूबर 1932 को साल्ट लेक सिटी, यूटा में हुआ था। उनकी अंतर्दृष्टि और शिक्षाओं ने दुनिया भर के व्यक्तियों, व्यवसायों और संगठनों पर महत्वपूर्ण प्रभाव छोड़ा है।

स्टीफन आर. कोवे द्वारा लिखित पुस्तकें

द 7 हैबिट्स ऑफ हाईली इफेक्टिव पीपल” (1989): 1989 में प्रकाशित इसी उनकी पहली प्रसिद्ध पुस्तक के कारण दुनिया स्टीफन आर. कोवे को सबसे ज्यादा जानती है। यह सात आवश्यक आदतों की खोज करता है जो लोगों को जीवन की चुनौतियों से निपटने, उनकी प्रभावशीलता में सुधार करने और व्यक्तिगत और व्यावसायिक सफलता प्राप्त करने में मदद करती हैं। इस पुस्तक की लाखों प्रतियां बिक चुकी हैं और यह आज भी जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को प्रेरित करती है।

फर्स्ट थिंग्स फर्स्ट” (1994): ए. रोजर मेरिल और रेबेका आर. मेरिल के सहयोग से, कोवे ने इस पुस्तक का सह-लेखन किया। यह प्राथमिकता निर्धारण और समय को प्रभावी ढंग से प्रबंधित (manage) करने पर practical सलाह प्रदान करता है।

The 8th Habit From Effectiveness to Greatness  (2004): यह पुस्तक, “द 7 हैबिट्स” की अगली कड़ी, “The 8th Habit” की अवधारणा (concept) समझाती है। कोवे खुदकी आवाज़ खोजने और सार्थक तरीकों से दुनिया में योगदान देने के विचार पर चर्चा करते हैं। यह पुस्तक व्यक्तिगत महत्व और किसी के वास्तविक उद्देश्य की खोज को रेखांकित करती है।

“द लीडर इन मी: हाउ स्कूल्स एंड पेरेंट्स अराउंड द वर्ल्ड आर इंस्पायरिंग ग्रेटनेस, वन चाइल्ड एट ए टाइम” (2008): इस पुस्तक में, कोवे ने शिक्षा के क्षेत्र में अपने सिद्धांतों का विस्तार किया है। वह बताते हैं कि कैसे 7 आदतों के विचारों को स्कूली पाठ्यक्रम में एकीकृत किया जा सकता है ताकि युवा व्यक्तियों को कम उम्र से ही प्रभावी नेता बनने के लिए सशक्त बनाया जा सके।

स्टीफन आर. कोवे के लेखन ने विभिन्न पीढ़ियों, संस्कृतियों और उद्योगों को प्रभावित किया है। उनकी शिक्षाएँ प्रासंगिक और प्रभावशाली बनी हुई हैं, जो व्यक्तिगत विकास, नेतृत्व और अधिक सार्थक जीवन जीने में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करती हैं। 16 जुलाई 2012 को कोवे का निधन हो गया, लेकिन उनकी बुद्धिमत्ता अनगिनत व्यक्तियों को इरादे, ईमानदारी और प्रभावशीलता के साथ जीने के लिए प्रेरित करती रहती है।

The 7 Habits of Highly Effective People PDF में क्या है?

The 7 Habits of Highly Effective People Pdf में उन सारी महत्वपूर्ण आदतों पर सक्षिप्त में उदाहरणों के साथ प्रकाश डालने की कोशिश की है, जो स्टीफ़न आर. कोवे अपनी किताब के जरिये सिखाना चाहते है।

कल्पना कीजिए कि आप एक पायलट हैं और एक लंबी यात्रा पर निकलने वाले हैं। आपके पास अपनी Destination की योजना है, लेकिन कई वर्षों के प्रशिक्षण और अनुभव के दौरान आपने जो आदतें विकसित की हैं, वही एक सहज (Smooth) उड़ान सुनिश्चित करेंगी। इसी तरह, कोवे की पुस्तक “The 7 Habits of Highly Effective People” जीवन के लिए एक उड़ान manual के रूप में कार्य करती है, पाठकों को मार्गदर्शन देती है कि कैसे ऐसी आदतें विकसित की जाएं जो स्थायी सफलता प्राप्त करने में मदत कर सकती है ।

आदत 1: सक्रिय रहें (Be Proactive) - अपनी पसंद का प्रभार लेना सीखिये ।

“सक्रिय (Proactive) होने का अर्थ है अपने जहाज का कप्तान बनना, उसे अपने इच्छित गंतव्य (destination) की ओर ले जाना।”

जिस तरह एक माली खराब फसलों के लिए मिट्टी को दोष नहीं देता, सक्रिय होने का मतलब बाहरी परिस्थितियों को दोष देने के बजाय अपनी पसंद और प्रतिक्रियाओं पर नियंत्रण रखना है। उदाहरण के लिए, जब एक चुनौतीपूर्ण परियोजना का सामना करना पड़ता है, तो एक सक्रिय व्यक्ति अपने नियंत्रण से परे कारकों द्वारा भस्म होने के बजाय उस पर ध्यान केंद्रित करेगा जिसे वे नियंत्रित कर सकते हैं जैसे की उसका प्रयास और दृष्टिकोण।

कल्पना कीजिए कि आप किसी पार्क में घूम रहे हैं और अचानक बारिश होने लगती है। आपके पास छाता नहीं हैं, अब आपके पास दो विकल्प हैं: या तो आप भीगने से निराश और परेशान हो सकते हैं, और अपनी परेशानी के लिए बारिश को दोष दे सकते हैं, या आप बारिश से बचाने के लिए किसी जगह आश्रय ले सकते है या सकारात्मक नज़रिये के साथ बारिश को स्वीकार करके स्थिति को संभाल सकते हैं।

जैसे की मैंने पहले भी कहाँ की, सक्रिय होना अपनी प्रतिक्रियाओं और निर्णयों पर नियंत्रण रखने जैसा है। इसका मतलब यह समझना है कि आप अपने आस-पास होने वाली हर चीज़ को नियंत्रित नहीं कर सकते हैं, लेकिन आप हमेशा यह नियंत्रित कर सकते हैं कि आप कैसे प्रतिक्रिया देते हैं। दूसरों या परिस्थितियों को दोष देने के बजाय, आप इस बात पर ध्यान केंद्रित करें कि चीजों को बेहतर बनाने के लिए आप क्या कर सकते हैं।

उदाहरण:- किसी प्रोजेक्ट पर काम करते समय ध्यान भटकना।

जैसे की मैंने पहले भी कहाँ की,हम The 7 Habits of Highly Effective People Pdf में उदाहरण के साथ पुस्तक में बताई गई अवधारणा (Concept) को समझेंगे , तो मान लीजिए कि आपके पास जल्द ही एक महत्वपूर्ण परियोजना आने वाली है, और आपके दोस्त आपको एक आकर्षक Game खेलने के लिए बुलाते हैं। ए.बी.ए. इस बात को समझे की अभी Game खेलने जाने से आपके प्रोजेक्ट की गुणवत्ता बाधित हो सकती है, अगर आप के मन में विचार आता है की, “जिम्मेदारियों के साथ मनोरंजन को संतुलित करना आवश्यक है। तो एक सक्रिय दृष्टिकोण से मैं पहले अपना प्रोजेक्ट पूरा करूंगा जिससे इस प्रोजेक्ट की गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके और फिर बिना तनाव के Game का आनंद उठाऊंगा।”

अपने प्रोजेक्ट को प्राथमिकता देकर, आप सक्रिय सोच का प्रदर्शन कर रहे हैं, अपने कार्यों को अपनी महत्वाकांक्षाओं के साथ संरेखित (Align ) कर रहे हैं। यह आपके अपने जिवन रूपी जहाज़ को चलाने जैसा है, एक ऐसा मार्ग तैयार करना जो लक्ष्यहीन रूप से बहने के बजाय आपकी आकांक्षाओं के अनुरूप हो। सक्रियता का अर्थ है – उन विकल्पों (Options ) को चुनना जो आपके उद्देश्यों और सिद्धांतों (Objectives and principles) से मेल खाते हों, भले ही वे अधिक प्रयास या धैर्य (Patience) की मांग करते हों।

आदत 2: अंत को ध्यान में रखकर शुरुआत करें

“लक्ष्य आपके सपनों के ब्लूप्रिंट हैं। एक स्पष्ट योजना के साथ शुरुआत करें , अंत को ध्यान में रखकर शुरुआत करें और अपनी आकांक्षाओं को साकार होते देखें।”

“अंत को ध्यान में रखकर शुरुआत करें” एक अवधारणा (Concept) है, जो व्यक्तियों को किसी भी कार्य या प्रयास को शुरू करने से पहले अपने दिमाग में एक स्पष्ट लक्ष्य रखने के लिए प्रोत्साहित करती है। इसका मतलब है कि, प्रक्रिया शुरू करने से पहले यह सोचना कि आप क्या हासिल करना चाहते हैं।

कल्पना करें की, आप अपने दोस्तों के साथ Road Trip की योजना बना रहे है। किसी गंतव्य यानि Destination को बिना किसी उद्देश्य से चुनने और बिना किसी Direction से गाड़ी चलाने के बजाय, आप अंत को ध्यान में रखकर शुरुआत करने का निर्णय लेते हैं यानि आप को अपने गंतव्य (Destination) को ध्यान में रखकर Plan बनाना चाहिए . जैसे की आप सभी बैठें और चर्चा करें कि आप कहां जाना चाहते हैं, आप कौन से दृश्य देखना चाहते हैं और आप प्रत्येक पड़ाव पर कितना समय बिताएंगे।

आप अपने गंतव्य तक के मार्ग का नक्शा बना सकते हैं, इसमें लगने वाले समय का अनुमान लगा सकते हैं, और यह तय कर सकते हैं कि भोजन और आराम के लिए कहाँ रुकना है। इस तरह, आपकी यात्रा सफल और आनंददायक होने की अधिक संभावना है क्योंकि आपने एक स्पष्ट गंतव्य को ध्यान में रखकर शुरुआत की हैं।

यह आदत आपको अपने लिए लक्ष्य निर्धारित करने के लिए प्रोत्साहित (Motivate) करती है – चाहे वे आपके करियर, शिक्षा, रिश्तों या व्यक्तिगत विकास से संबंधित हों। जब आपके पास एक दृष्टिकोण (vision) होता है कि आप क्या हासिल करना चाहते हैं, तो आप वहां तक ​​पहुंचने के लिए एक Road Map बना सकते हैं और ऐसे विकल्प (Options) चुन सकते हैं जो आपको अपने Goals achieve करने में मदत कर सकते है।

आदत 3: Put First Things First -

Put First Things First का अर्थ है जो वास्तव में महत्वपूर्ण है उसे प्राथमिकता (Priority) दें. “Arrange your priorities like a puzzle – fit the big pieces first, and the smaller ones will follow.”
“अपनी प्राथमिकताओं को एक पहेली की तरह व्यवस्थित करें – पहले बड़े टुकड़ों को फिट करें, और छोटे हिस्से उसके बाद आएँगे।”

कल्पना कीजिए कि आपके पास एक जार, कुछ बड़े पथ्थर और बहुत सारे छोटे कंकड़ हैं। यदि आप जार में कंकड़ डालना शुरू करते हैं, तो आपके पास बड़े पथ्थर के लिए पर्याप्त जगह नहीं होगी। लेकिन यदि आप पहले बड़े पथ्थर डालते हैं, तो कंकड़ रिक्त स्थानों को भर सकते हैं। यह आदत बड़ी, महत्वपूर्ण चीज़ों को छोटी, कम महत्वपूर्ण चीज़ों से पहले रखने के बारे में है।

इसका मतलब है कि जीवन में कम महत्वपूर्ण कार्यों में फंसने से पहले इस बात पर ध्यान केंद्रित करें कि,आपके लिए वास्तव में क्या मायने रखता है और कम महत्वपूर्ण या अत्यावश्यक लेकिन कम आवश्यक कार्यों से विचलित न होना। ऐसा करके, आप सुनिश्चित करते हैं कि आप अपने समय और ऊर्जा का उपयोग वहां कर रहे हैं जहां उनका सबसे अधिक प्रभाव होगा। आइये इस अवधारणा को हम उदहारण के साथ समझते हैं. 

परीक्षा के लिए अध्ययन:
यदि आपकी आगामी परीक्षा है, तो चीजों को पहले रखने का अर्थ है अपना अध्ययन समय उन विषयों या टॉपिक्स के लिए समर्पित करना जो परीक्षा के लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं। कम प्रासंगिक सामग्री पर घंटों खर्च करने के बजाय, उस चीज़ को प्राथमिकता दें जिसका आपके परीक्षण स्कोर पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा।

सौंपे गए कार्य:
कार्यस्थल पर या ऑफिस में, कार्यों को उनके महत्व और समय सीमा के आधार पर प्राथमिकता दें। उदाहरण के लिए, यदि आपके पास एक सप्ताह में कोई परियोजना (Project) है और आज आपको कम महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेना है, तो पहले परियोजना को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह परियोजना समय सीमा में पूरी हो सके।

परिवार के लिये समय:
यदि आपके परिवार के साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताना आपकी सर्वोच्च प्राथमिकता है, तो नियमित पारिवारिक सैर या रात के खाने का समय निर्धारित करके इसे पहले स्थान पर रखें। काम-संबंधी या कम महत्वपूर्ण प्रतिबद्धताओं (commitments) को इन यादगार पलों में हस्तक्षेप न करने दें।

इन उदाहरणों में आपके सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्यों को पहचानना और अपने कार्यों और समय प्रबंधन (Time Management) को उन उद्देश्यों (Goals) के साथ संरेखित (Arrange) करना शामिल है।इससे आप कम महत्वपूर्ण कार्यों में व्यस्त होने से बचते हैं और यह सुनिश्चित (INSURE) करते हैं कि आप अपने संसाधनों (Resources), जैसे समय और ऊर्जा (TIME and ENERGY), को उस काम के लिए Allotted करें जो आपके लिए वास्तव में मायने रखते है।

यह सिद्धांत प्रभावी समय प्रबंधन (Effective Time Management) और व्यक्तिगत और व्यावसायिक सफलता ( personal and professional success) प्राप्त करने का एक प्रमुख घटक है।

creating win win situation is one of the 7 habits of highly effective people pdf.

Habit 4: Think Win-Win (पुल बनाएं, दीवारें नहीं)

Win-Win की सोच का अर्थ है ऐसे समाधानों (Solution) की तलाश करना जहां इसमें शामिल सभी लोगों को लाभ मिल सके।  यह टीम वर्क की तरह है, जहां हर कोई एक समान लक्ष्य हासिल करने के लिए मिलकर काम करता है।

परियोजना प्रबंधन (Project Management)
ऐसी स्थिति पर विचार करें जहां आपके और आपके सहकर्मी दोनों के पास ऐसी विशेषज्ञता (SKILL) हो जो किसी प्रोजेक्ट की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है । प्रत्येक व्यक्ति द्वारा परियोजना (Project) को नियंत्रित (Control) करने की कोशिश करने के बजाय, आप सब अपने कौशल को एकत्रित करके परियोजना (Project) को एकत्रित कार्य करने का निर्णय लेते हैं। इस तरह, आप दोनों अपनी ताकत का योगदान देते हैं और परियोजना सुन्दर तारीके से चलती है।

यह एक अच्छी तरह से तेल लगी मशीन में दो गियर के एक साथ काम करने जैसा है। दोनों गियर में अद्वितीय कार्य होते हैं, और जब उनमे वे सामंजस्य स्थापित होता है, तो वे एक निर्बाध संचालन बनाते हैं।

यह एक लक्ष्य की तरह है जहां प्रत्येक व्यक्ति अपनी प्रतिभा का योगदान देता है, और अंतिम परिणाम से पूरी टीम को लाभ होता है।Win-Win की सोच से, आप कार्यालय की गतिशीलता को बढ़ा सकते हैं, सहयोग को प्रोत्साहित कर सकते हैं, और यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि सभी के प्रयासों से सामूहिक जीत हो।

Habit 5: Listening Before Speaking

"समझदारी सम्मान, सहानुभूति और मजबूत संबंधों की नींव है।"

एक ऐसी बातचीत की कल्पना करें जहां आप अपना दृष्टिकोण (perspective) साझा करने से पहले वास्तव में दूसरे व्यक्ति के दृष्टिकोण (perspective) को सुनते हैं। यह आदत सहानुभूति और प्रभावी संचार यानी effective communication के महत्व पर जोर देती है। याद रहे समझ यानी understanding प्रभावी सहयोग से पहले आती है।

कल्पना कीजिए कि, आप किसी मित्र के साथ अनुमान लगाने का खेल खेल रहे हैं। अपने उत्तर को तुरंत बताने के बजाय, आप सबसे पहले अपने मित्र द्वारा दिए गए सुरागों (clues) को ध्यान से सुनें। यह अपने आप को किसी और के स्थान पर रखने और अपना दृष्टिकोण साझा करने से पहले उनके दृष्टिकोण को समझने के बारे में है। इसका मतलब है एक अच्छा श्रोता बनना और किसी दूसरे व्यक्ति को अपना दृष्टिकोण समझाने से पहले उसे वास्तव में समझने की कोशिश करना कि वह व्यक्ति क्या कह रहा है।

एक ग़लतफ़हमी का समाधान
कल्पना कीजिए कि आप और आपका दोस्त किसी दूसरे दोस्त के लिए एक सरप्राइज़ पार्टी की योजना बना रहे हैं।पार्टी के लिए आप दोनों के विचार अलग-अलग हैं। आपका मित्र समुन्दर किनारे पार्टी कराना चाहता है, जबकि आपको लगता है कि नाईट में मूवी में जाना अधिक मजेदार होगा । अपने विचार पर तुरंत ज़ोर देने के बजाय, आप समुन्दर किनारे पार्टी करानेवाले मित्र के सुझाव सुनने का निर्णय लेते हैं।

जैसा ही आपका मित्र आपको समझाता है, आपको एहसास होता है कि आपका मित्र चाहता है की पार्टी खुली और ऊर्जा से भरपूर हो – कुछ ऐसा जिस पर आपने विचार नहीं किया था। उनके दृष्टिकोण (perspective) को समझने से, आप समुन्दर किनारे का रोमांचक SCENE महसूस करते है। उनके दृष्टिकोण को समझने के बाद, आप दोनों CONCEPTS को COMBINE करके के “समुन्दर किनारे जाने के बाद हम सब मूवी जा सकते है” ऐसा सुझाव देते है।

यह आदत धैर्यवान और सहानुभूतिशील होने की है। यह अपनी कहानी या सुझाव बटाने से पहले किसी मित्र की कहानी या सुझाव सुनने जैसा है। उनके दृष्टिकोण को समझकर, आप दिखाते हैं कि आप उनकी राय की परवाह करते हैं और उनका सम्मान करते हैं।यह आदत रिश्तों, टीम वर्क और problem-solving में मदद करती है, क्योंकि communication दोनों तरफ का रास्ता है जहां हर किसी के दृष्टिकोण को महत्व दिया जाता है।

आदत 6: तालमेल बिठाना (Synergize)

"टीम वर्क सपनों को साकार करता है - यही तालमेल की शक्ति है।"

स्टीफन कोवे की “अत्यधिक प्रभावी लोगों की 7 आदतें” सहयोग और टीम वर्क के महत्व पर जोर देती है। सिनर्जी (Synergy) वह अवधारणा है जिसमें बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए विविध कौशल, दृष्टिकोण और विचारधारा को एक साथ लाया जाता है. तालमेल बिठाने (Synergize) का अर्थ है अद्भुत परिणाम उत्पन्न करने के लिए शक्तियों को एक साथ मिलाना , ठीक उसी प्रकार जैसे विभिन्न संगीत वाद्ययंत्र एक साथ मिलकर एक सुंदर धुन बनाते हैं। आइये इस concept को उदाहर के साथ समझते है 

Group Project
एक स्कूल प्रोजेक्ट के बारे में सोचें जहाँ आप अपने classmates के साथ एक टीम में हों। प्रत्येक व्यक्ती के पास अलग-अलग कौशल होते हैं – कोई लिखने में अच्छा होता है, कोई डिज़ाइन में, और कोई बोलने में अच्छा होता है। प्रत्येक व्यक्ति को अलग-अलग काम करने के बजाय, आप Group project पर विचार-मंथन करें, और अपनी ताकत बढाये और project के हर पहलू पर एक साथ काम करें।

यह एक रिले टीम के एथलीटों की तरह है – वे अपना-अपना भाग दौड़ते हैं, बैटन को आसानी से पास करते हैं, और साथ में वे दौड़ जीतते हैं।यह आदत विविधता को अपनाने, विभिन्न दृष्टिकोणों का सम्मान करने और यह पहचानने को प्रोत्साहित करती है कि हम टीम वर्क करके इतना अधिक हासिल कर सकते हैं जितना की व्यक्तिगत रूप से काम करके हासिल नहीं कर सकते।तालमेल (synergy) सामान्य प्रयासों को असाधारण उपलब्धियों में बदल देता है, जिससे पता चलता है कि टीम वर्क वास्तव में सपनो को साकार करता है।

आदत 7: आरी को तेज़ करें (Sharpen the Saw)

“आरी को तेज़ करें (Sharpen the Saw): आत्म-देखभाल में एक निवेश करे जो आपकी उत्पादकता को बढ़ा देती है “

एक लकड़हारा एक पेड़ काटने से पहले अपनी आरी की धार तेज करने में समय लगाता है । यह आदत खुद के अंदर निरंतर सुधार के बारे निर्देश देती है।वैसे की दीर्घकालिण सफलता के लिए अपनी शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक भलाई का ख्याल रखना आवश्यक है।

कल्पना कीजिए कि आपके पास एक पेंसिल है जिससे आप अद्भुत चित्र (amazing pictures) बनाते हैं। लेकिन थोड़ी देर के बाद, पेंसिल की नोक ख़राब होने लगेगी और चित्र उतने अच्छे नहीं बनेंगे। आरी को तेज़ करना मतलब उस पेंसिल को एक विराम देने और यह सुनिश्चित करने जैसा है कि वह तेज़ बनी रहे।इसका मतलब है अपना ख्याल रखना ताकि आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते रह सकें। यह ताज़ा और प्रभावी बने रहने के लिए आपकी बैटरी को रिचार्ज करने जैसा है।

“Sharpen the Saw” का अर्थ उन गतिविधियों को ढूंढना है जो आपको रिचार्ज करने में मदद करती हैं। यह काम या पढ़ाई से छोटासा ब्रेक लेकर परिवार के साथ समय बिताने, व्यायाम करने , या ऐसी चीजें करने जैसा है जिनसे आपको खुशी मिलती है।

आइये उदाहरण के साथ समझते है. एक एथलीट के बारे में सोचें जो एक बड़े खेल टूर्नामेंट के लिए तैयारी कर रहा है । वो खूब अभ्यास करता हैं, स्वस्थ भोजन करता हैं । लेकिन अगर वो बिना किसी ब्रेक के अभ्यास करता रहेंगा , तो वो थक सकता हैं और उनके प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है।इसलिए, एथलीट आराम करने और स्वस्थ होने के लिए टूर्नामेंट से पहले एक दिन की छुट्टी लेता है। यह आरी को तेज़ करने जैसा है. मतलब एथलीट अपने शरीर और दिमाग का ख्याल रख रहा है।

CONCLUSION: -)

“The 7 Habits of Highly Effective People ” सिर्फ एक किताब नहीं है – यह व्यक्तिगत और व्यावसायिक परिवर्तन के लिए एक ROAD MAP है। स्टीफ़न आर. कोवे द्वारा लिखित और 1989 में प्रकाशित, इस किताब की दुनिया भर में ३ करोड़ से अधिक प्रतियां बिक चुकी हैं, जिससे यह सभी उम्र के लोगों के लिए मार्गदर्शन का प्रतीक बन गई है। चाहे आप छात्र हों, पेशेवर हों, माता-पिता हों या सेवानिवृत्त हों, ये आदतें जीवन के हर पहलू में सफलता और पूर्णता प्राप्त करने मदत करती हैं। जिस तरह एक कुशल पायलट आसमान में उड़ान भरता है, उसी तरह ये आदतें आपको आत्मविश्वास और उद्देश्य के साथ जीवन की यात्रा तय करने में मदद करेंगी।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Verified by MonsterInsights